कैथल, 18 मई (कृष्ण गर्ग) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक आयु के एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही मतदान करने की सुविधा शुक्रवार को जिला में शुरू हो गई। इसके तहत जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी प्रशांत पंवार के मार्ग दर्शन में गठित की गई मोबाईल पोलिंग टीम मतदाताओं के घर-घर पहुंची और पूरी चुनाव प्रक्रिया अपनाते हुए वोट डलवाने का कार्य किया।
पहले दिन कैथल, कलायत व गुहला विधानसभा क्षेत्र के बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के वोट डलवाए गए। वोट डालने के बाद परिजनों और मतदाताओं के चेहरे पर खुशी दिखाई दी और उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई इस सुविधा की सराहना भी की। पोलिंग टीम ने सबसे पहले मतदाता की वोटर स्लीप चैक की और वोटर लिस्ट में नाम जांचा, फिर एक मेज पर तीनों तरफ से ढका हुआ वोटिंग कम्पार्टमेंट तैयार किया, जहां मतदाता ने बैलेट पेपर पर अपने पसंद के प्रत्याशी के खान्ने (कॉलम) में पैन से निशान लगाया, जिसके बाद मतदाता ने स्वयं उसे फोल्ड करके एक लिफाफे में डाला। इसके बाद निर्वाचन आयोग की हिदायतानुसार उस लिफाफे को सील करके मतदान पेटिका में डाल दिया।
क्योड़क गांव की 102 वर्षीय जगीरो देवी ने बैलेट पेपर से मतदान किया। मौके पर मौजूद उनके परिजनों ने कहा कि माता जी चलने फिरने में असमर्थ है और इस बार लग रहा था कि वह मतदान करने बूथ पर नहीं जा पाएगी, लेकिन चुनाव आयोग ने यह सुविधा देकर लोकतंत्र के इस महायज्ञ में आहूति डलवाने का कार्य किया है। यह आयोग की बहुत अच्छी पहल है।
क्योड़क निवासी 87 वर्षीय नन्हा राम ने कहा कि वह स्वयं बूथ पर जाकर मतदान किया करते थे, लेकिन इस बार मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है, जिसकी वजह से घर से बाहर जाने में परेशानी आती है। चुनाव आयोग ने यह शानदार प्रबंध किया है और मेरे जैसे अन्य मतदाताओं के लिए व्यवस्था करके उन्हें लोकतंत्र के पर्व में भागीदारी करने का सुअवसर प्रदान किया है। सोना देवी (96 वर्षीय) ने अपना मतदान करने उपरांत कहा कि अबकी बार मेरा वोट डालना मुश्किल था, क्योंकि बुजुर्ग होने के साथ-साथ चलने में काफी असमर्थ थी। आयोग द्वारा जो सुविधा हम लोगों के लिए प्रदान की है, काफी अच्छी है, जिसका मैंने लाभ उठाया। सभी को अपने मताधिकार का उपयोग जरूर करना चाहिए। मनी राम (95 वर्षीय) के परिजनों ने कहा कि बूथ पर जाकर मतदान करना असंभव सा लग रहा था, आयोग ने जो सुविधा दी इसका हमनें लाभ उठाया। स्वस्थ व्यक्ति को अपना मतदान बूथ पर जाकर ही करना चाहिए।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी प्रशांत पंवार ने बताया कि जिला में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 11 हजार 21 मतदाता है, जिसमें 3871 पुरूष तथा 7 हजार 150 महिला मतदाता हैं। इनमें से 698 बुजुर्ग मतदाताओं ने घर से मतदान का विकल्प चुना था। इसी प्रकार जिला में 7 हजार 605 दिव्यांग जन मतदाता हैं। इनमें से 187 दिव्यांगजन मतदाताओं ने चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई इस सुविधा का लाभ लेने के लिए संबंधित फार्म भरकर आवेदन किया था।
उन्होंने बताया कि कैथल विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग मतदाता 192 तथा 52 दिव्यांग मतदाता, गुहला विधानसभा क्षेत्र में 133 बुजुर्ग तथा 55 दिव्यांग मतदाता, कलायत विधानसभा क्षेत्र में 155 बुजुर्ग तथा 45 दिव्यांग मतदाता, पूंडरी विधानसभा क्षेत्र में 218 बुजुर्ग तथा 35 दिव्यांग मतदाता घर पर ही मतदान करने की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा जिला में कुल 55 मोबाईल पोलिंग टीमें इस कार्य को कर रही है, जिसमें एक सैक्टर ऑफिसर, बीएलओ, पीठासीन अधिकारी, पोलिंग अधिकारी, माईक्रो ऑब्जर्वर, वीडियोग्राफर तथा पुलिस कर्मी आदि स्टाफ शामिल है। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रहे हैं