पाई, संजय ढुल
बुधवार को पाई में बिजली की समस्या को लेकर किसानों ने पुंडरी राजौंद मार्ग पर जाम लगाया। जाम दो घंटे तक लगा रहा और राहगिरों को इस भंयकर गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। दो घंटें बाद विभाग के एस डी ओ के आसवासन पर किसानों ने जाम को खोला और राहगिरों ने राहत की सांस ली।
किसान सुबह लगभग 8 बजे पाई के बिजली घर के सामने एकत्र होना शुरू हो गये और देखते- देखते सडक़ पर अपने मोटर साइकिल खड़े करके घरना दे दिया। जाम लगने से पुडरी राजोंद मार्ग पर आने जाने वाले वाहनों की लाइन लग गई। कुछ वाहना चालकों ने इधर उधर से अपने वाहन भी निकाले। अधिकतर बड़े वाहनों की लम्बी लाइन में लग जाम खुलने का इंतजार करना पड़ा। इस भंयकर गर्मी में यात्रियों को बड़ी परेशानी हुई। जाम की सुचना पाकर पुडरी थाना प्रभारी राजकुमार पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पुहंचे और जाम खुलवाले की असफल कोशिश की। किसान विभग के ऊंच अधिकारी से बात करने पर अडिंग रहे। किसानों ने बताया कि उनके गांव में सब डिविजन के नाम पर बिजली घर उनके लिये सफेद हाथी बना हुआ है। यहां पर एस डी ओ, जे ई, लाइनमैन कोई नही बैठता। केवल दो आपरेटरों के हवाले यह बिजली घर चल रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों को अब अपनी धान की फसल की रोपाई के लिये बिजली की सख्त जरुरत है। उनको रात के बाहर बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक बिजली देने की कही हुई है, परन्तु उनको सरकार द्वारा घेषित आठ घंटे की बजाये सिर्फ तीन चार घंटे ही बिजली मिलती है। इस रात भी उनको बिजली रात 12 बजे की बजाये रात तीन बजे दी गई। वे जब बिजली घर पर आये तो उनको यहां पर कोई नही मिला। एक आपरेटर ने कहां कि उनको उपर से जैसे ही आदेश आत है, उसी अनुसार बिजली सप्लाई दी जाती है। इस पर थाना प्रभारी रातकुमार ने उनको कहा कि उनकी मांग उपर विभाग के अधिकारियों तक पहुंचा कर समस्या हल कर दी जायेगी, परन्तु किसानों ने उनकी न मान कर जाम खोलने से इंकार कर दिया। लगभग दो घंटे के बाद किसानों के न मानने के बाद एस डी ओ रविंद्र सिंह ढ़ाकला आये और किसानों को समझाया कि आग उनको कोई परेशानी नही आयेगी और जो उनको कम समय बिजली कम मिली उसको भी पुरा कर दिया जायेगा। इस आसवासन पर किसानों ने जाम खोल दिया। जाम खुलने पर राहगिरों ने राहत की सांस ली।