पाई, संजय ढुल
पाई मंडी के आढ़तियों में गेहूं खरीद एजेंसियों द्वारा उनकी आढ़त शोरटेज काटकर देने से एजेंसियों के प्रति रोष है। मंडी के आढ़तियों एजेसियों से काटी गई शोरटेज के पैसे व आढ़त देरी से देने पर ब्याज देने की मांग की है। मंडी प्रधान कृष्ण ढुल तथा पूर्व प्रधान रणधीर सिंह फौजी ने बताया कि उनकी मंडी में किसानों की गेहूं हेफेड व वेयर हाउस के द्वारा खरीद की गई थी। गेहूं खरीद करने के बाद इन एजेंसियों ने मंडी से खरीद की गई गेहूं का लदान काफी देरी से किया गया। जिस कारण से उसमें शोरटेज बैठ गई। यह गलती आढ़तियों की नही , अपितु खरीद एजेंसियों व ट्रांसपोर्टर की है। इनका तुली हुई गेहूं की बोरियां तोल के 24 घंटे के अंदर उठानी थी, जिसमें वे विफल रहे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा इस शोरटेज की बात चल भी रही है, परन्तु खरीद एजेंसियों के द्वारा अस आढ़त को अब भेज गया। उन्होंने बताया कि आढ़तियों को यह आढ़त खरीब तीन माह बाद देरी से दी गई। जिस कारण से एजेंसियां आढ़तियों को इस पर ब्याज दे। उन्होंने बताया कि यदि खरीद एजेंसियां शोरटेज के नाम पर काटी गई राशि व ब्याज आढ़तियों को नही देती तो आढ़ती कोर्ट का सहारा लेगें।