कैथल कृष्ण गर्ग, नारायण सेवा संस्थान शाखा कैथल द्वारा किए जा रहे विभिन्न सेवा कार्यों की समीक्षा एवं निरंतर उपलब्ध करवाने की योजना बारे एक मीटिंग की गई, जिसमें सभी सेवाओं के बारे में विस्तार से डिस्कस किया गया।
दिव्यागजन ओर जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित दया गुप्ता मानव मंदिर नारायण सेवा केंद्र कैथल जिसका लोकार्पण रविवार दिनांक 15 दिसंबर को किया गय, उसमें किस तरह से ज्यादा से ज्यादा लोगों को सेवाएं दे सके, इसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
सबसे पहले शाखा सचिव डॉ अनिल जिंदल ने आए हुए सभी सदस्यों का स्वागत किया और नारायण सेवा केंद्र कैथल के निर्माण में सहयोग हेतु सभी का धन्यवाद किया। सहसचिव डॉ नरेश गर्ग, डॉ मनोज बंसल, ज्ञानचंद भल्ला, शेर सिंह एवं अन्य साथियों ने अपने अपने सुझाव रखे। इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान की सेवाओं के साथ जुड़े नए सदस्य एम डी एन ग्लोबल स्कूल के निदेशक डा विनोद कुमार, श्री कमल गुप्ता, श्री विनय बंसल का पटका पहनकर स्वागत किया।
शाखा कैथल संयोजक डॉ विवेक गर्ग ने विस्तार से नारायण सेवा केंद्र में चल रहे सेवा प्रकल्पों की जानकारी दी और बताया कि विगत 9 सालों में संस्थान द्वारा क्षेत्र में कोई गए सेवा प्रकल्पों ओर सभी सदस्यों के निरंतर संयोग से ये कार्य संभव हो पाया है।
प्रतिदिन इस सेवा केंद्र में कृत्रिम अंगों का निर्माण शुरू हो गया है, फिजियोथैरेपी का लोग निशुल्क लाभ उठा रहे है , जरूरतमंद बच्चों को कंप्यूटर एवं सिलाई का प्रशिक्षण निशुल्क दिया जा रहा है ताकि ये बच्चे स्वावलंबी हो सकें। उन्होंने अलग-अलग सेवा प्रकल्प को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी भी लगाई गई।
शाखा कैथल के पास निरंतर समाज से जरूरतमंद एवं दिव्यांग साथियों की जरूरत रूपी प्रार्थना पहुंचती रहती है, जिसको जांच पड़ताल करने के बाद शाखा कैथल द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवा दिया जाता है।
इसी कड़ी में 3 जरूरतमंद लोगों को व्हीलचेयर और 4 जरूरतमंद लोगों को जिनको सुनाई कम दे रहा था, उन्हें कान की मशीन शाखा कैथल द्वारा निशुल्क भेंट की गई।
इस अवसर पर सहसंयोजक दुर्गा प्रसाद, प्रवीन जिंदल, बहादुर सैनी, कार्तिक जिंदल, विनीत मंगला, अशोक मंगला, जितेंद्र बंसल, सुमित चौधरी, धर्मपाल गर्ग, रजत बंसल,गगन चावला,ईश्वर गोयल, जयप्रकाश गर्ग, सुरेश बंसल,अशोक गर्ग, बी एम गुप्ता, नितिन सिंगला, प्रमोद गोयल, सतीश गर्ग, सोमनाथ, पंकज द्वारा ये उपकरण इन जरूरतमंद लोगों को भेंट किए गए।