कैथल, 2 मई (Krishan Garg) एडीसी सी. जया श्रद्घा ने कहा कि मतदान करवाना बहुत ही संवदेनशील व जिम्मेदारी का कार्य है। इससे संबंधित अधिकारी व कर्मचारी पूरी निष्पक्षता व निष्ठा से संपन्न करवाएं। चुनाव आयोग की जो भी हिदायतें हैं, उसी के अनुरूप सभी पीठासीन अधिकारी व अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी कार्य करके चुनावी प्रक्रिया को पूरा करवांगे।
एडीसी सी.जया श्रद्धा बुधवार को आरकेएसडी पब्लिक स्कूल के हॉल में लोकसभा आम चुनाव-2024 के दृष्टिगत पीठासीन(पीओ) और सहायक पीठासीन अधिकारियों(एपीओ) के दूसरे दिन दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर द्वारा पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारियों को ईवीएम व वीवीपैट की संपूर्ण प्रक्रिया बारे बारीकी से जानकारी दी गई। उन्हें मतदान के दिन किस तरह से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल करना है, किस तरह से पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी में मॉक पोल करना है, आदि गतिविधियों के बारे में बताया।
एआरओ व एडीसी सी.जया श्रद्धा ने कहा कि पीठासीन अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हो जाना चाहिए। इसलिए अपनी मॉक पोल की प्रक्रिया सुबह 5:30 बजे से शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया शाम 6 बजे तक जारी रहेगी। इस समय कुछ मतदाता कतार में लगे हुए हैं तो उनको लाइन में पीछे खड़े मतदाता को पर्ची क्रमांक एक से शुरू कर पहले व्यक्ति तक पर्ची नंबर बांट दें, जिससे कि और मतदाता लाइन में लगकर खड़े ना हों सकें। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मतदान केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की प्रचार-सामग्री नहीं होनी चाहिए।
मास्टर ट्रेनर ने कहा कि चुनाव सामग्री को संभालने के बाद पीठासीन अधिकारी को अपने बूथ पर पहुंचकर सबसे पहले बूथ का निरीक्षण करना चाहिए। बूथ के अंदर किसी राजनेता की तस्वीर व स्टीकर इत्यादि नहीं लगा होना चाहिए। मतदान केंद्र में ईवीएम मशीन का स्थान खिड़की से दूर होना चाहिए ताकि मतदान की गोपनीयता बनी रहे। यह ध्यान रखे कि प्रत्येक मतदाता ईवीएम का बटन स्वयं दबाए। कोई मतदाता कुछ पूछता है तो उसका जवाब बूथ पर नियुक्त पोलिंग पार्टी के सदस्य दे सकते हैं। यह ध्यान रखें कि मतदाता के साथ कोई दूसरा आदमी ईवीएम के समीप ना जाए।